जितना नशा शराब में होता है उससे कहीं ज्यादा नशा पैसे में होता है। जब नशा दोनों का हो तो फिर इंसान इंसान नही रहता व हैवान बन जाता है। उन छ रईसजादों पर दौलत का नशा तो पहले से था ही जब शराब का सुरूर चढा तो वो हैवान बन गए। उनकी गाडी रोकने की एक दरोगा ने गुस्ताखी क्या की... दरोगा को ही रौंद डाला। ऐसा एक बार नही बल्कि दरोगा को खत्म करने के लिए तीन बार गाडी चढाई गई।
जान पिटर जिदंगी के लिए मौत से लड रहे है। इनकी इस हालत के लिए जिम्मेदार है ये लडके। दरअसल रात वक्त चेकिंग के दौरान नशे में धुत इन रईसजादों ने एसआई पर मारुति कार चढ़ा दी। एसआई को जान से मारने की नीयत से तीन बार टक्कर मारी गई। जान पीटर को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। उसके दोनों पैरों और एक हाथ की हड्डी टूट गई है और कई जगह गंभीर चोटें आई हैं।
दरअसल फरीदाबाद के तिगांव में रहने वाले परवीन, संजीव, कपिल, योगेश, बुधराम और प्रमोद बरात में जाने के लिए एक रिश्तेदार के घर ठहरे थे। आरोप है कि बुधवार शाम इन सभी ने जमकर शराब पी और हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर पुलिस उन्हें पकड़कर कासना कोतवाली ले आई। बाद में इन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। ये सभी तीन गाड़ियों में सवार होकर कोतवाली से निकले। कोतवाली से निकलते ही अथॉरिटी गोलचक्कर पर चेकिंग कर रही पुलिस ने इन्हें रोक लिया। एसआई जॉन पीटर ने इनसे गाड़ी की आरसी दिखाने को कहा। आरोपियों ने बताया कि वे कोतवाली से छूटकर आए हैं और एक शादी में शरीक होने जा रहे हैं। इसके बाद भी जब जॉन पीटर नहीं माना तो आरोपी हॉकी और रॉड लेकर गाड़ी से बाहर आ गए और गाली-गलौज करने लगे। बात बढ़ने पर एक आरोपी ने मारुति कार स्टार्ट की और एसआई की बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। आरोप है कि एसआई को जान से मारने की नीयत से आरोपी ने उस पर तीन बार कार चढ़ाई।
वारदात को अंजाम देने के बाद सभी मौके से फरार हो गए। वारदात को अंजाम देने वाले आठ लोग थे जिनमें से पुलिस ने छ को गिरफ्तार कर लिया है। दो लोग अभी फरार है पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। ऐसा पहली बार नही हुआ है कुछ दिनों पहले ही दिल्ली में एक शख्स ने ट्रेफिक पुलिस के हेड कांस्टेबल को अपनी कार से रौंद डाला था। इन घटनाओं से साफ है कि नशे में इंसान किस कदर हैवान बन जाता है कि उसे इंसानी जान की कोई कीमत नही दिखती।
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