25 दिसंबर 2010

नाकाम मोहब्बत में मौत

मोहब्बत के लिए दिल धड़कता है लेकिन इसका मतलब ये तो नहीं कि हर किसी को उसका प्यार हासिल हो जाये... अब जो वारदात हम आपको दिखाने जा रहे हैं उसमें एक शख्स ने जब अपनी मोहब्बत को नाकाम होते पाया तो उसने अपनी जिंदगी का ही काम तमाम कर डाला... नासमझ मोहब्बत की ये वो खबर है जो हत्या के फेर में फंसकर अब पुलिस के लिए बन गई है खुदकुशी का मामला...
ये कहानी फिल्मी पर्दे की है... एकतरफा इश्क में एक आशिक जुनून की हद तक प्यार करता है... इतना ही नहीं माशूका को पाने की खातिर वो उसपर खौफ भी पैदा करने की कोशिश करता है...कभी खुद को घायल कर तो कभी माशूका को धमका कर... लेकिन रील लाइफ की इस लव स्टोरी को एक शख्स ने असल जिंदगी में दोहराने की कोशिश की.. असल जिंदगी की इस कहानी में किरदार बदले हैं.. नाम बदले हैं .. लेकिन कहानी और कहानी का अंजाम करीब करीब फिल्म जैसा ही है.. ये दिल दहला देने वाली रील लाईफ की कहानी आई है दिल्ली से सटे गाजियाबाद से ..
बात बीती 11 दिसंबर की है गाजियाबाद के लोनी इलाका देर शाम अचानक गोलियों की तड़तडाहट से गूंज उठा...इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता बीच मोहल्ले में बिछ गई एक लाश... ये लाश थी ज्योतिबा फूले नगर के रहने वाले 22 साल के नवीन की.. नवीन की गोली लगने से मौत हुई थी.. नवीन की लाश लोनी में रहने वाली वैशाली के घर के बाहर पड़ी थी.. आरोप लगा कि नवीन की हत्या वैशाली और उसके परिवार ने ही मिलकर की है..
दिनदहाड़े गोली चलना औऱ फिर एक लड़की के घर के सामने एक नौजवान की लाश मिलना...इलाके के लोगों के लिए कानाफूसी का किस्सा बन गया... लेकिन ये तो इस कहानी का ट्रेलर था.. पूरी पिक्चर अभी बाकि थी.. पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की...और मामले को हत्या करार देते हुए वैशाली के पिता समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया... लोगों को लगा कि शायद नौजवान लड़के औऱ लड़की को लेकर कोई मुद्दा रहा होगा जिसकी वजह से वैशाली के घरवालों ने नवीन की हत्या कर दी... भले ही वैशाली के परिवार वालों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया हो लेकिन इस केस के सभी पहलुओं को बारीकी से खंगला जा रहा था... इसी बीच पुलिस ने इस वारदात के पांच दिन बीत जाने के बाद इस केस में फिर से एक अहम खुलासा किया.. तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने वाली पुलिस अब इसे खुदकुशी का मामला बता रही है.. और पुलिस इसकी वजह मान रही है नाकाम मोहब्बत..
पुलिस के मुताबिक इस मोहब्बत की शुरूआत करीब तीन साल पहले हुई थी... नवीन और वैशाली की मुलाकात तीन साल पहले हरिद्वार में हुई थी.. उस वक्त वैशाली अपनी कालेज की पढाई पूरी कर रही थी.. जल्द ही दोनों अच्छे दोस्त बन गए..और फिर मुलाकतों का सिलसिला चल निकला..इसी बीच नवीन वैशाली को दिलों जान से चाहने लगा.. और हिम्मत करके एक दिन उसने वैशाली के सामने मोहब्बत का इजहार भी कर दिया.. लेकिन वैशाली ने नवीन के प्यार को ठुकरा दिया...
इश्क मे मिली नाकामी से नवीन बौखला गया.. इसी बीच वैशाली की पढाई पूरी हो गई और वो लोनी अपने घर लौट आई.. लेकिन किसी तरह नवीन ने वैशाली का एड्रेस निकाल लिया.. और फिर जबरन उससे मिलने लगा.. नवीन ने वैशाली को धमकी दी कि अगर वो उसकी ना हो सकी तो वो किसी की न हो पायेगी... अगर उसने ऐसा किया तो वो उसके परिवार को खत्म कर देगा..
वैशाली के दिलो दिमाग में नवीन का खौफ घर कर चुका था..
उसका घर से निकलना दुभर हो गया... वैशाली भले ही घर में कैद हो चुकी हो लेकिन अभी तो इस इकतरफा मोहब्बत को कई और मोड़ देखने थे... अभी तो मोहब्बत की इस कहानी का क्लाइमेक्स आना बाकी था... आरोप है कि बीते 11 दिसम्बर की शाम नवीन एक बार फिर से वैशाली से मिलने आया.. जब उसकी मुलाकात वैशाली से ना हो सकी तो उसने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली..पुलिस ने नवीन के परिजनों की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज किया लेकिन पुलिस अब इसे नाकाम मोहब्बत का अंजाम बताते हुए खुदकुशी मान रही है..
मोहब्बत में जुनूनी हो चुके नवीन ने अपने प्यार को ही सबकुछ मान लिया.. लेकिन वो भूल गया कि उसका जुनून जानलेवा हो सकता है.. मौत को गले लगाने से पहले शायद नवीन एक बार ये सोच लेता तो आज वो जिंदा होता..

मासूम का मर्डर

कहते हैं कि हर वारदात के पीछे एक मुक्कमल वजह होती है..लेकिन जरा सोचिए कि एक बारह साल के मासूम की किसी से क्या दुश्मनी हो सकती है..जिसकी ना केवल बेरहमी से हत्या कर दी गई.. बल्कि उसके जिस्म से आंख, कान, आंत और किडनी तक निकाल लिए गए.. यूपी के बलिया जिले से आई ये वो खबर है जिसने न केवल आम जनता बल्कि पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा दिया है...
ये है यू पी के बलिया जिले में बसे बिसुकिया इलाके के एक स्कूल का नजारा...यू तो ये स्कूल हर दिन बच्चों से गुलजार रहता था लेकिन आज यहां अजीब सा खौफ पसरा है.. यहां बच्चों की किलकारियां नहीं अजीब सी खामोशी छाई है.. आलम ये है कि ना बच्चे ठीक से पढ पा रहें है..और ना ही स्कूल टीचर पढा पा रहें है..स्कूल ही नहीं बिसुकिया के लोग भी खौफजदा हैं.. खौफ की वजह है एक मासूम का कत्ल.. असल में पवन गुप्ता नाम के बारह साल के एक मासूम की लाश बीते रविवार सुबह स्कूल के पीछे से बरामद हुई.. पवन की बेरहमी से हत्या की गई थी इतना ही नहीं उसके जिस्म से कई अंग भी गायब थे... असल में पवन यूपी के संत कबीर दास नगर का रहने वाला था और बीते आठ दिसम्बर को अपने पिता राजेश गुप्ता के साथ बिसुकिया गांव बारात में आया था... रात के वक्त बारात गांव के ही स्कूल में ठहरी.. पवन भी अपने पिता के साथ स्कूल में ही ठहरा था.. पवन रात करीब बारह बजे अपने पिता से अपने चाचा के पास सोने की बात कहकर चला गया.. अगले दिन सुबह करीब ग्यारह बजे बारात वापस चली गई.. लेकिन मासूम पवन का कहीं कोई सुराग न मिला..
पवन के परिजन उसे तलाशने वापस बिसुकिया गांव आए लेकिन पवन का कोई सुराग न मिला.. इस संबंध में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई लेकिन पुलिस ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.. वहीं बीते रविवार सुबह गांव की ही एक लड़की ने पवन की लाश स्कूल के पीछे पड़ी देखी..जिसके बाद पवन के कत्ल का खुलासा हुआ..
गुमशुदगी के दस दिन बाद गांव में ही पवन की लाश मिलने से हड़कंप मच गया..जिस मासूम को पुलिस शिद्दत से तलाशने का दावा कर रही थी उसकी लाश गांव से ही बरामद हुई..इससे भी हैरानी की बात है कि पवन के जिस्म से उसकी आंख, आंत और किडनी गायब थीं.. लोगों को शक है कि ये वारदात मानव अंगों की तस्करी करने वालों गिरोह का अंजाम हो सकती है... वहीं पुलिस के मुताबिक पवन की लाश को किसी जानवर ने खाया है..हालांकि पुलिस को भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है जिसके बाद पवन की मौत की असल वजह साफ हो पाएगी..
अगर खुद पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो बीते एक साल में बलिया जिले से ही करीब 52 बच्चे लापता हुए हैं जिनमें से पुलिस केवल 28 बच्चों को तलाश पाई... 24 बच्चे अब भी लापता हैं वो कहां हैं...कुछ नहीं कहा जा सकता है ऐसे में लोगों को शक है कि बच्चों को अगवा कर उनकी हत्या करने के पीछे मानव अंग तस्करी करने वाला गिरोह शामिल हो सकता है..पुलिस पवन के कत्ल का राज खंगाल पायेगी कह पाना मुश्किल है लेकिन इस वारदात के बाद पूरे जिले में हड़कंप जरुर मच गया है

रोहिणी में कारोबारी को गोली मारी

और अब हम आपको दिखाते हैं कि दिल्ली में राह चलते आप कितने महफूज हैं... दिल्ली में सरेराह एक कारोबारी के नोटों से भरे बैग पर कुछ बदमाशों ने झपट्टा मारने की कोशिश की...लेकिन जब कारोबारी ने बदमाशों का विरोध किया तो बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी... और बैग छीनकर फरार हो गये...जरा सोचिये कि जिस राजधानी में हर पल..हर मोड़ पर खौफ बरकरार हो..उसे आखिर क्राइम कैपिटल न कहा तो क्या कहा जाये...
दिल्ली में रहना जरा संभल कर.. यहां कदम कदम पर है खतरा.. क्योंकि दिल्ली अब नहीं रही दिलवालों की.. दिल्ली बन गई है क्राइम कैपिटल.. जी हां आए दिन दिल्ली में हो रही वारदात इस बात की तस्दीक करती हैं.. बीती रविवार रात बदमाशों ने एक बार फिर एक कारोबारी को अपना शिकार बनाया.. रोहिणी के सेक्टर आठ में रहने वाले इलैक्ट्रोनिक्स कारोबारी सुमित जैन को बाइक सवार बदमाशों ने लूट के इरादे से गोली मार दी.. वारदात बीती रविवार रात उस वक्त अंजाम दी गई जब सुमित जैन नाम का कारोबारी दिल्ली के मधुबन चौक स्थित अपनी दुकान से रात करीब साढे नो बजे घर लौट रहा था..उसके पास रुपयों से भरा एक बैग था...सुमित जैसे ही अपनी करोला कार से उतरा तीन बाइक सवार बदमाशों ने उससे बैग छिनने की कोशिश की.. जब सुमित ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उसे पहले तो पत्थरों से पीटा और बाद में गोली मार दी..
पेट में गोली लगने के बाद सुमित जमीन पर गिर पड़ा और बदमाश नोटों से भरा बैग लूटकर फरार हो गए..गोली की आवाज सुनकर परिजन को वारदात का पता चला और वो बाहर आए...सुमित को गंभीर हालत में भगवान महावीर अस्पताल में भर्ती कराया..हालांकि अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि बैग में कितने रूपये थे..और इस बात का पता बदमाशों को कैसे चला ..
जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया... उससे साफ है कि बदमाशों को सुमित के बारे में पहले से ही जानकारी थी...उन्हें पता था कि सुमित के पास रुपयों से भरा बैग है....फिलहाल पुलिस ने लूटपाट और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.. साथ ही पुलिस सुमित के भी खतरे से बाहर आने का इंतजार कर कर रही है... इस वारदात के आरोपी कब तक पुलिस की गिरफ्त में आते हैं कहना मुश्किल है लेकिन इस वारदात ने एक बार फिर दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.. औऱ लोगो को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर वो राजधानी में कितने सुरक्षित हैं...

वाराणसी में वहशी तांत्रिक

किसी भी ढोंगी और पाखंडी तांत्रिक के बहकावे में न आयें... क्योंकि तंत्र विधा के नाम पर लोग गुनाह अंजाम दे रहे हैं लेकिन फिर भी आये दिन कोई न कोई वारदात सामने आ ही जाती है...वाराणसी में एक तांत्रिक ने इलाज के नाम पर एक मासूम को अपनी वहशत का शिकार बनाया...
इस मासूम का चेहरा हम आपको नहीं दिखा सकते... लेकिन नादानी की उम्र में ही इस मासूम ने दुनिया का जो खौफनाक चेहरा देखा है.. उसे हम आपको जरुर दिखायेंगे...हमारा दावा है कि दुनिया के उस चेहरे की हकीकत जानकर किसी का भी सिर शर्म से झुक जाएगा.. असल में वाराणसी के दशाश्वमेघ इलाके के रहने वाले बारह साल के मासूम अजय को बनाया गया है वहशत का शिकार..और इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया पूजा पाठ के नाम पर सादगी का चोला ओढे एक तांत्रिक ने.. ज्ञान प्रकाश तिवारी नाम के इस शातिर का अजय के घर आना जाना था..इसी दौरान इसने अजय की मां को बताया कि अजय का दिमाग पर शैतान का साया है.. इसे शांत करने के लिए पूजा पाठ करनी होगी..तांत्रिक की बातों में अजय की मां इस कदर आई कि वो तांत्रिक कि बताई सारी बातों को मान बैठी.. आरोप है कि बीते 12 दिसम्बर को ज्ञान प्रकाश ने मासूम को उसी के घर के एक कमरे में अपने साथ पूजा पाठ के बहाने बुलाया और फिर रात भर उसके साथ कुकर्म किया..
वहशी तांत्रिक की घिनौनी करतूत दुनिया के सामने बेनकाब ना हो जाए इसी भय से उसने मासूम को धमकी दी..कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो उसकी मौत हो जाएगी..कई दिनों तक तो अजय ने तांत्रिक की हैवानियत को अपने सीने में दफन रखा एक रोज उसने हिम्मत कर अपने घरवालों को अपनी आपबीती सुना दी
मामले का खुलासा होने के बाद परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की..पुलिस ने अप्राकृतिक यौनाचार का मामला दर्ज कर आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया..जोकि अब खुद को बेकसूर बता रहा है..
मासूमियत के साथ खिलवाड़ करने वाला तांत्रिक पुलिस की गिरफ्त में है..पिछले दिनों मुंबई के वहशी तांत्रिक के बारे में लोग भला कैसे भूल सकते हैं जिसने सात मासूम लड़कियों को हवस का शिकार बनाया था.. और अब वाराणसी में अजय के साथ हुई ये वारदात..ऐसे में सवाल ये है कि जब तांत्रिकों के पाखंड की आये दिन वारदात हमारे सामने आती हैं फिर हम क्यों ऐसे पाखंडियों पर भरोसा करते हैं...और अपने ही हाथों अपनी जिंदगी नरक बना लेते हैं..लिहाजा इस खबर से सबक लीजिए..ताकि फिर कोई पाखंडी मासूमियत से खिलवाड़ ना कर सके..

नजफगढ़ में सगे भाईयों की हत्या

दिल्ली पुलिस भले ही सुरक्षा के लाख दावे करे..लेकिन बदमाश वारदात को अंजाम देकर पुलिस के सारे दावों पर पानी फेर देते हैं.. बेखौफ बदमाशों ने एक बार फिर दिल्ली के दामन को खून से लाल कर दिया.. बदमाशों ने नजफगढ़ इलाके में दो सगे भाईयों की गोली मारकर हत्या कर दी.. माना जा रहा है कि मामला आपसी रंजिश का है..
दिल्ली के सीने पर
फिर चली गोली
सरेशाम कर दिया गया
दो भाईयों का कत्ल
बीती सोमवार रात दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में बदमाशों ने डबल मर्डर को अंजाम देकर जता दिया कि राजधानी में बदमाशों के होंसले किस कदर बुलंद हैं... और कितने बेदम है सुरक्षा को लेकर किये गये पुलिस के दावे..HOLD... वारदात उस वक्त की है जब नजफगढ़ निवासी सुरेश कुमार अपने भाई सतेंदर कुमार के साथ बीती सोमवार रात करीब साढे नौ बजे हरिनगर से घर लौट रहे थे..असल में हरिनगर में सुरेश और सतेंदर की मोटर बाइंडिग की दुकान है..दोनों साथ ही काम करते थे.. रात करीब साढे नौ बजे दोनों भाई अपने एक दोस्त के साथ वैगन आर कार से घर आ रहे थे..जैसे ही कार नजफगढ रोड़ पर पपरावत गांव के पास पहुंची...उसी वक्त पीछे से आए बाइक सवार बदमाशों ने कार का रास्ता रोककर पहले तो कार का शीशा तोड़ा औऱ फिर अंधाधुंध फायरिंग शुरु कर दी.. गोलीबारी में सुरेश और सतेंदर गंभीर रूप से जख्मी हो गए जबकि उनका दोस्त बच गया..जैसे ही बदमाश फायरिंग कर फरार हुए...कार में जिंदा बचे सुरेश औऱ सतेंदर के दोस्त ने वारदात की जानकारी उनके परिवार वालों को दी.. दोनों घायलों को मौके पर मौजूद लोगों ने माता चन्नन देवी अस्पातल में भर्ती कराया जहां देर रात दोनों की मौत हो गई..
शुरूआती जांच में मामला आपसी रंजिश का लग रहा है..हालांकि परिजनों का कहना है कि दोनों सगे भाईयों की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी.. वैसे वारदात में किसी तरह की लूटपाट भी नहीं हुई है जिससे रंजिश का शक और भी गहरा गया है.. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.. वहीं दुसरी ओर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.. परिजनों का आरोप है कि वारदात के कई घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची..
सतेंदर और सुरेश के कत्ल की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है.. पुलिस इस संबंध में सुरेश के साथी से भी पुछताछ कर रही है जो वारदात के वक्त कार में मौजूद था..बहुत मुमकीन है कि हत्यारे जल्द पुलिस की गिरफ्त में होगें..लेकिन जिस तरह से राजधानी आये दिन दिल्ली वालों के खून से लाल हो रही है उससे ये सवाल भी बड़ा होता जा रहा है कि आखिर कितनी महफूज रह गई है अब दिल वालों की दिल्ली...

गुरू-शिष्य का रिश्ता दागदार

गुरु का दर्जा मां-बाप से भी उपर रखा गया है लेकिन अगर वही गुरु अपनी गरिमा भूलकर हवस में अंधा हो जाय.. तो ऐसे में जरा सोचिये कि भला छात्रों का क्या भविष्य होगा... मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से गुरु और छात्र के रिश्ते को दागदार करती ऐसी ही एक खबर आई है... एक स्कूल संचालक पर आरोप लगा है कि उसने अपनी ही स्कूली छात्रा को हवस का शिकार बना डाला है...एक बार सोचना जरुर कि कहीं आपके बच्चों की कमान..ऐसे ही किसी गुरु के हाथों में तो नहीं.....
गुरू-शिष्य का रिश्ता
फिर हुआ शर्मसार
हवस में अंधे गुरू ने
छात्रा से अस्मत पर किया वार
जी हां हवस में अंधे गुरू ने एक बार फिर गुरु शिष्य के बेहद पाक रिश्ते को शर्मसार किया है.. एक बार फिर गुरु ने शिष्य के साथ की है सबसे सबसे घिनौना करतूत... इस बार मामला भोपाल के शिवपुरी का है.. रितु नाम की ये छात्रा बैराढ इलाके के लखेश्वरी हायर सेकेण्डरी स्कूल में 12 वीं क्लास में पढती है.. रितु ने स्कूल के संचालक पर बेहद संगीन आरोप लगाए हैं.. रितु का आरोप है कि स्कूल के संचालक रघुवीर ने उसे हवस का शिकार बनाया.. रितु के मुताबिक बीते बुधवार को वो मगरौनी स्थित अपने घर से 12 वीं का फार्म भरवाने के लिए रघुवीर के पास बैराढ़ अपने स्कूल गई थी.. जहां रघुवीर ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया.. असल में हुआ यूं की रघुवीर कई घंटे तक रितु को टालता रहा जिससे उसे काफी देर हो गई.. मौके का फायदा उठाकर रघुवीर रितु को अपने घर ले गया..जहां उसने रितु के साथ दो बार बलात्कार किया.. किसी तरह वहशी टीचर के चंगुल से निकलने के बाद रितु अपने घर पहुंची और अपनी आपबीती परिवार को बताई..
परिजनों का आरोप है कि रितु के साथ हुई वारदात की शिकायत देर रात ही थाने में दर्ज करा दी गई थी.. लेकिन पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती... नतीजा ये हुआ कि आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहा है... अब ऐसे में देखना ये है कि आखिर कब तक पुलिस कलियुगी गुरु को गिरफ्तार कर उसे उसके किये की सजा दिलाती है...औऱ कब जाकर मिलता है मासूम रितु को इंसाफ

बुजुर्ग को बंधक बनाकर लूट-कीर्तिनगर

दिल्ली में अंजाम दी गई लूट की एक ऐसी वारदात..जिसने एक बार फिर..दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिये हैं....दिल्ली के कीर्ति नगर में कुछ बदमाशों ने एक महिला को बंधक बनाकर..उसके घर में जमकर लूटपाट की..और फिर बड़ी ही आसानी से फरार हो गये... हर बार की तरह इस बार भी दिल्ली पुलिस..सांप निकल जाने के बाद लाठी पीट रही है
दिल्ली पुलिस की
फिर खुली पोल
बदमाशों ने राजधानी में
फिर की वारदात
बुजुर्ग को बंधक बनाकर
लूट लिए लाखों के जेवरात
राजधानी दिल्ली में बदमाशों ने पुलिस के दावों को ठेंगा दिखाते हुए एक बार फिर वारदात को अंजाम दे डाला.. इस बार मामला पश्चिमी दिल्ली के कीर्ति नगर इलाके का है.. जहां गुरूवार तड़के बेखौफ बदमाशों ने एक मोबाइल कंपनी के मैनेजर राहुल अग्निहोत्री के घर को निशाना बनाया... असल में राहुल अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं जबकि राहुल के माता पिता फर्स्ट फ्लोर पर.. परिजनों के मुताबिक गुरूवार तड़के दो बदमाश घर में दबे पांव दाखिल हुए.. इसी बीच फर्स्ट फ्लोर सो रहे एक बच्चे की आवाज सुनकर राहुल की मां की आंख खुल गई.. बदमाशों ने फोरन बुजुर्ग राहुल की मां को चाकू की नोंक पर बंधक बना लिया और उनसे पहने हुए सारे जेवरात निकलवा लिए..इतना ही नहीं बदमाशों ने अलमारी खुलवाकर लाखों के गहने भी लूट लिए.. जिसके बदमाश मौके से फरार हो गए..बुजुर्ग महिला के शोर मचाने पर मामले का खुलासा हुआ.. जानकारी पुलिस को दी गई..लेकिन पुलिस की लापरवाही का आलम देखिए की बदमाशों को तो गिरफ्तार कर ना सकी.. उल्टा परिवार को ही नसीहत दे डाली की मीडिया से बात करने पर मामला उल्टा पड़ सकता है.. फिलहाल पुलिस ने लूटपाट का मामला दर्ज कर लिया है और बदमाशों की तलाश भी शुरु कर दी है.. लेकिन दिल्ली के कीर्ति नगर में हुई लूटपाट की ये कोई पहली वारदात नहीं है..इससे कुछ दिन पहले ही बदमाशों ने एच ब्लाक में रहने वाले एक मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर एचआर मैनेजर काम करने वाले शख्स के मासूम बेटे को बंधक बनाकर 20 लाख की लूट को अंजाम दिया था... ऐसे में पुलिस भले ही सुरक्षा व्यवस्था के लाख दावे करे लेकिन आए दिन हो रही वारदात पुलिस के दावों की पोल खोलकर रख देती है..

बदनाम मुन्नी और शीला की जवानी

घर में कोई फंक्शन हो...और गीत संगीत का बंदोबस्त न हो तो मजा फीका पड़ जाता है...और ज्यादातर लोग गीत संगीत भी मौजूदा दौर के हिसाब से ही सुनना पसंद करते हैं...आजकल मुन्नी की बदनामी और शीला की जवानी लोगों की खास पसंद बने हुए हैं.. लेकिन हम आपको बता दें..कि मुन्नी और शीला.. ये दोनों ही आपके फंक्शन में रंग में भंग डाल सकते हैं...
मुन्नी ऐसी बदनाम हुई की दुनिया देखती रह गई..लाखों दिलों को दीवाना कर गई मुन्नी..लेकिन इसके बाद आई शीला ने भी कम जलवे नहीं बिखरे..शीला की जवानी ऐसी छलकी की ये गीत लोगों की जुबां पर आ गया..लेकिन जरा सोचिए की लोगों को झुमने गाने पर मजबूर कर देने वाले ये गीत...क्या जानलेवा भी हो सकते हैं..तो आइये हम आपको दिखाते हैं दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा से ऐसी वो खबर जिसमें मुन्नी की बदनामी और शीला की जवानी एक परिवार को बेहद महंगी पड़ गई.hold... असल में हुआ यूं कि बीती गुरूवार रात ग्रेटर नोएडा के दनकौर इलाके के राजपुर कलां गांव में जन्मदिन की पार्टी चल रही थी.. जन्मदिन गांव के ही कुलदीप सिंह के पौते का था.. लिहाजा खाने पीने के साथ डीजे का इंतजाम भी किया गया था.. मेहमान डीजे की धुन पर थिरक रहे थे.. मेहमानों की ख्वाहिश पर डीजे मास्टर ने मुन्नी बदनाम हुई और शीला की जवानी गीत को भी बजा दिया.. बस फिर क्या था.. इन गीत से नाराज पड़ोस के ही कुछ दबंग लड़के पार्टी में आ धमके और पार्टी में थिरक रहे लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी.. इस घटना में छह लोग घायल हो गए.. जिन्हें बुलंदशहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है..
रंग में भंग डालने की बड़ी वजह थी शीला की जवानी गीत का डीजे पर बजाना..असल में पड़ोस में रहने वाले एक युवक की पत्नी का नाम शीला है.. जब ये गीत डीजे पर बजने लगा तो पड़ोसी का गुस्सा भड़क उठा और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पार्टी में मेहमानों पर हमला कर दिया.. वारदात के बाद सभी आरोपी फरार हैं..वहीं दबंगों से पीड़ित परिवार में दहशत का माहौल है..पुलिस आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की बात कर रही है..लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब शीला की जवानी या मुन्नी की बदनामी को लेकर किसी परिवार पर आफत टूटी हो..पहले भी ऐसे ही कई मामले सामने आ चुके हैं... ऐसे में देखने वाली बात होगी कि जो गीत लाखों लोगों के दिलों को बहला रहे हैं वो और कितने लोगों के लिए जानलेवा साबित होंगे...