25 दिसंबर 2010

मासूम का मर्डर

कहते हैं कि हर वारदात के पीछे एक मुक्कमल वजह होती है..लेकिन जरा सोचिए कि एक बारह साल के मासूम की किसी से क्या दुश्मनी हो सकती है..जिसकी ना केवल बेरहमी से हत्या कर दी गई.. बल्कि उसके जिस्म से आंख, कान, आंत और किडनी तक निकाल लिए गए.. यूपी के बलिया जिले से आई ये वो खबर है जिसने न केवल आम जनता बल्कि पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा दिया है...
ये है यू पी के बलिया जिले में बसे बिसुकिया इलाके के एक स्कूल का नजारा...यू तो ये स्कूल हर दिन बच्चों से गुलजार रहता था लेकिन आज यहां अजीब सा खौफ पसरा है.. यहां बच्चों की किलकारियां नहीं अजीब सी खामोशी छाई है.. आलम ये है कि ना बच्चे ठीक से पढ पा रहें है..और ना ही स्कूल टीचर पढा पा रहें है..स्कूल ही नहीं बिसुकिया के लोग भी खौफजदा हैं.. खौफ की वजह है एक मासूम का कत्ल.. असल में पवन गुप्ता नाम के बारह साल के एक मासूम की लाश बीते रविवार सुबह स्कूल के पीछे से बरामद हुई.. पवन की बेरहमी से हत्या की गई थी इतना ही नहीं उसके जिस्म से कई अंग भी गायब थे... असल में पवन यूपी के संत कबीर दास नगर का रहने वाला था और बीते आठ दिसम्बर को अपने पिता राजेश गुप्ता के साथ बिसुकिया गांव बारात में आया था... रात के वक्त बारात गांव के ही स्कूल में ठहरी.. पवन भी अपने पिता के साथ स्कूल में ही ठहरा था.. पवन रात करीब बारह बजे अपने पिता से अपने चाचा के पास सोने की बात कहकर चला गया.. अगले दिन सुबह करीब ग्यारह बजे बारात वापस चली गई.. लेकिन मासूम पवन का कहीं कोई सुराग न मिला..
पवन के परिजन उसे तलाशने वापस बिसुकिया गांव आए लेकिन पवन का कोई सुराग न मिला.. इस संबंध में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई लेकिन पुलिस ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.. वहीं बीते रविवार सुबह गांव की ही एक लड़की ने पवन की लाश स्कूल के पीछे पड़ी देखी..जिसके बाद पवन के कत्ल का खुलासा हुआ..
गुमशुदगी के दस दिन बाद गांव में ही पवन की लाश मिलने से हड़कंप मच गया..जिस मासूम को पुलिस शिद्दत से तलाशने का दावा कर रही थी उसकी लाश गांव से ही बरामद हुई..इससे भी हैरानी की बात है कि पवन के जिस्म से उसकी आंख, आंत और किडनी गायब थीं.. लोगों को शक है कि ये वारदात मानव अंगों की तस्करी करने वालों गिरोह का अंजाम हो सकती है... वहीं पुलिस के मुताबिक पवन की लाश को किसी जानवर ने खाया है..हालांकि पुलिस को भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है जिसके बाद पवन की मौत की असल वजह साफ हो पाएगी..
अगर खुद पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो बीते एक साल में बलिया जिले से ही करीब 52 बच्चे लापता हुए हैं जिनमें से पुलिस केवल 28 बच्चों को तलाश पाई... 24 बच्चे अब भी लापता हैं वो कहां हैं...कुछ नहीं कहा जा सकता है ऐसे में लोगों को शक है कि बच्चों को अगवा कर उनकी हत्या करने के पीछे मानव अंग तस्करी करने वाला गिरोह शामिल हो सकता है..पुलिस पवन के कत्ल का राज खंगाल पायेगी कह पाना मुश्किल है लेकिन इस वारदात के बाद पूरे जिले में हड़कंप जरुर मच गया है

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