गाजियाबाद के उस शख्स ने लगाई है... रिश्तों की कीमत.. वो बेच रहा है खून के रिश्ते को... उसे जरूरत है खरीददार की। सुनने में ये भले ही अजीब लग रहा हो... लेकिन हम आपको बता दें कि ये सौ फिसदी सच है। गाजियाबाद के उस शख्स ने रिश्तों की कीमत लगाई है पचास हजार रूपये। जिस रिश्ते को उसने बेचा है... वो विश्वास का है... अपनेपन का अहसास कराता है। लेकिन चंद रूपयों के आगे वो इस कदर झुका की...रिश्तों के मायने ही भूल गया।
चंद रूपयों के लिए राजू नाम के इस शख्स के लिए रिश्तें बेमानी हो गए। जब पचास हजार रूपये की चमक दिखी तो भूल गया कि रिश्तों के मायने क्या होते है। राजू पर जो आरोप लगे है वो किसी को भी सोचने पर मजबूर कर देंगें। राजू ने सौदा किया है रिश्तों का..सौदा उस लडकी का जो इसकी कलाई पर राखी बांधती.. इसे भाई कहती। लेकिन रक्षाबंधन पर दिए वचन को राजू चंद पलों में भूल गया। और इसने कर दिया अपनी ही बहन का पचास हजार रूपये में सौदा। पुलिस ने राजू और इसकी बहन के खरीददार चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को जानकारी मिली थी कि गाजियाबाद के लोनी इलाके में लडकी की खरीद-फरोख्त की जा रही है। पुलिस ने इलाके के मकान पर छापा मारकर लडकी के भाई और चार खरीददारों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को पता चला कि लडकी का सौदा पचास हजार रूपये में तय हुआ था।
राजू पर बेहद गंभीर आरोप लगे है.. हालांकि वो इन आरोपों को सिरे से खारिज कर रहा है। राजू के मुताबिक वो तो अपनी बहन को शादी के लिए लाया था। और जिन चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है वो लडकी को देखने के लिए आए थे। वहीं गिरफ्तार किया गए बुजुर्ग के मुताबिक बेटे के अपाहिज होने की वजह से वो शादी के लिए आए थे। बेटे के अपाहिज होने की वजह से ही शायद लडकी को पचास हजार रूपये में खरीदने की बात हो रही थी।
इस मामले में दोनों ही पक्ष खरीद फरोख्त की बात से इनकार कर रहे है वहीं सच्चाई सबके सामने है। लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने एक और मामले में आठ साल की लडकी को आसाम लाकर गाजियाबाद में बेचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को जांच में पता चला कि इम्तियाज और उसका साथी लडकी को आसाम से बहला फुसलाकर लाए थे और इलाहाबाद के एक युवक को बेचने की फिराक में थे। दोनों ही घटनाओं ने साफ कर दिया है कि पैसों की खातिर इनसान किस कदर रिश्तों के मायने भूल जाता है। हालांकि पुलिस लडकियों की खरीद फरोख्त के मामले में पुछताछ कर रही है। हो सकता है आने वाले वक्त मे कुछ और चेहरे बेनकाब हो जाएं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें