10 जुलाई 2010

मोबाइल चोर पुलिस गिरफ्त में



एक बार जुर्म की दलदल में क्या फंसा कि बाहर निकलने के बारे में उसने दोबारा नहीं सोचा। सजा मिली जेल भी गया। लेकिन गुनाह से तौबा फिर भी नहीं किया। दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ही शातिर मोबाइल चोर को गिरफ्तार किया है। जो पहले भी मोबाइल चोरी के मामले में गिरफ्तार हो चुका था और हाल ही में जमानत पर रिहा होकर आया था। लेकिन उसकी कारगुजारियों ने फिर से उसे जेल का रास्ता दिखा दिया है।
सस्ते मोबाइल के चक्कर में आप सेकेंड हैंड मोबाइल खरीदने की सोच रहे है तो सावधान हो जाएं। कहीं ऐसा ना हो कि आपके पास पहुंच जाए चोरी का मोबाइल। पुलिस गिरफ्त में आए इस शख्स का धंधा था। ये चोरी के मोबाइल फोन की सौदेबाजी करता था। जितेंद्र कुमार उर्फ कैमरा के पास कैमरा तो नही हां नामी गिरामी कंपनियों के मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किए है। इसके पास से 60 मोबाइल फोन और 4 लैपटॉप बरामद किए गए है। पुलिस ने इसे उस वक्त गिरफ्तार किया जब ये गफ्फार मार्केट में मोबाइल फोन बेचने के लिए आ रहा था।
पूछताछ में जितेंद्र ने पुलिस को बताया कि वो मोबाइल फोन नाबालिग चोरों से खरीदा करता था...ताकि किसी को शक ना हो क्योंकि कानून के अनुसार किसी भी नाबालिग अपराधी का रिकोर्ड नही रखा जाता है। जिसकी वजह से पुलिस इस तक नहीं पहुंच पाती थी। दिल्ली में बढ़ रही मोबाइल चोरी की घटनाओं के बाद जब पुलिस ने तहकीकात की तो जिंतेद्र इनके हत्थे चढ़ गया...जितेंद्र का नेटवर्क पूरी दिल्ली में फैला हुआ था इसके अलावा ये चोरी के माल को दिल्ली से बाहर भी सप्लाई करता था।
ये कोई पहला मौका नही है जब जितेंद्र पुलिस के हत्थे...जितेंद्र इससे पहले भी चोरी के लैपटॉप के साथ गिरफ्तार हो चुका है और अभी हाल में जमानत पर रिहा हुआ था।

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