अशोक विहार ऑनर किलिंग केस में अब कडियां जुडने लगी है। जांच के दौरान वारदात में इस्तेमाल हथियार पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस ने पिस्टल को ऋषिकेश से बरामद किया है। दो बहनों और बहनोई की हत्या मामले में तीन आरोपियों को गढमुक्तेश्वर से गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि हथियार को गंगा में फेंक दिया है। इस तिहरे हत्याकांड में पिस्टल पुलिस के लिए एक अहम सबूत है।
तीन घंटे, तीन कत्ल और तीन आरोपी। इस तिगड़ी ने दिल्ली पुलिस को पसीना पसीना कर दिया। लेकिन इस तिहरे हत्याकांड में अब दिल्ली पुलिस के हाथ अहम सुराग लग गये है। पुलिस ने मोनिका, कुलदीप और शोभा की हत्या में इस्तेमाल पिस्टल को ऋषिकेश से बरामद किया है। गढमुक्तेश्वर से गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने तीन आरोपी मंदीप, अंकित और निक्कू को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया था। उसके बाद पुलिस आरोपी को लेकर देहरादून, और ऋषिकेश गई। दरअसल गाजियाबाद पुलिस को तीनों ने बताया था कि वारदात के बाद तीनों इन जगहों पर ठहरे थे।
गिऱफ्तारी के बाद तीनों ने बताया था कि वारदात में इस्तेमाल हथियार को गंगा नदी में फेंक दिया था। ऐसे में पुलिस के लिए हथियार बरामद कर पाना बेहद मुश्किल था लेकिन जिस तरह से पुलिस गिरफ्त में आने के बाद आरोपी अंकित ने खुद को कातिल साबित करने की चुनौती पुलिस को दी थी। उससे हथियार को लेकर पुलिस का शक गहराने लगा था। आखिरकार हथियार मिलने के बाद इस मामले में पुलिस पक्ष मजबुत दिख रहा है। फिलहाल पिस्टल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। अब पुलिस को साबित करना है कि इसी पिस्टल से मोनिका, कुलदीप और शोभा की हत्या की गई थी।
ऑनर किलिंग के तीनों आरोपियों को एक जुलाई को रोहिणी कोर्ट में पेश किया जाना है। ऐसे में पुलिस के हाथ पिस्टल तो लग गया है। लेकिन आरोपियों के कपडों और अन्य सबूतों की तलाश जारी है।
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