26 जून 2010

इज्जतदार कातिलों को पुलिस रिमांड

इज्जत के नाम पर बहनों को मौत देने वाले तीन भाईयों को रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने तीनों को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। यूपी पुलिस ने तीनों आरोपियों को गढमुक्तेशवर से गिरफ्तार किया था। आरोपी मंदीप, अंकित और निक्कू पर दो बहनों और बहनोई की हत्या का आरोप है।
इज्जत की दुहाई देकर बहनों को मौत देने वाले मंदीप, अंकित और निक्कू को रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया। दिल्ली पुलिस ने अदालत से तीनों को दस दिन के रिमांड की मांग की थी। लेकिन अदालत ने तीनों को पांच दिन की पुलिस रिमांड दी। पुलिस ने दलील दी कि पूछताछ कर वारदात से संबधित अहम सुराग जुटाने है। याद रहे कि अभी तक पुलिस के हाथ वारदात में इस्तेमाल किया गया पिस्टल भी नही लगा है। तीनों पर मोनिका, कुलदीप और शोभा की हत्या का आरोप है। 20 जून को दो बहनों और बहनोई की हत्या के बाद से तीनों फरार चल रहे थे। और यूपी पुलिस ने चैंकिंग के दौरान इन्हें गढमुक्तेश्वर से गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने शुक्रवार को रोहिणी कोर्ट से इन तीनों का प्रॉडक्शन वॉरंट जारी कराया। हालांकि, कानूनन दिल्ली पुलिस इन तीनों को गुरुवार रात में ही बगैर ट्रांजिट रिमांड या प्रॉडक्शन वॉरंट लिए भी दिल्ली ला सकती थी। सरकारी वकील ने दी कि पीड़ितों को ठिकाने लगाने के लिए गहरी साजिश रची गई जिन्होंने अपने परिवारों की इच्छा के विपरीत शादियां कीं। अभियुक्तों को उकसाने वाले और साजिशकर्ताओं के नामों का भी पता लगाया जाना है। वारदात में इस्तेमाल पिस्टर और आरोपियों के कपड़ों जैसी अन्य सामग्री अभी बरामद की जानी बाकी है और इस उद्देश्य के लिए पुलिस को उन्हें देहरादून तथा ऋषिकेश ले जाना होगा।
अब दिल्ली पुलिस के पास महज पांच दिन है। अभी तक पुलिस के हाथ परिस्थिजन्य साक्ष्य ही मौजूद है। पुलिस के पास अभी तक कोई चश्मदीद गवाह नही है जिसने हत्या होते हुए देखा हो। ऐसे में तीनों को मोनिका, कुलदीप और निक्कू का कातिल साबित पुलिस के लिए मश्किल भरा हो सकता है।

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