24 जून 2010

गिरफ्त में जालिम भाई

दिल्ली ऑनर किलिंग मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। दो बहन और बहनोई को मौत के घाट उतारने वाले अंकित, मंदीप और निक्कू को यूपी पुलिस ने गढमुक्तेश्वर से गिरफ्तार कर लिया। तीनों को वाहन चैकिंग के दौरान गिरफ्तार हुई। पुलिस ने उस आई टेन कार को भी बरामद कर लिया है जिसमें तीनों फरार हुए थे।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 20 जून को सबसे पहले मंदीप की बहन शोभा को शाम करीब साढे छह बजे अशोक विहार फेज एक में बुलाया था। जिसके बाद उसकी कार में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसके बाद मोनिका के पति कुलदीप को वारदात वाली जगह फोन करके बुलाया गया। वहीं पर कुलदीप की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो कत्ल करने के बाद तीनों मोनिका के घर पहुंचे और वहां पर मोनिका की भी गोली मारकर हत्या कर दी।
तीन दिन मे हुई तीन हत्याओं से परेशान दिल्ली पुलिस ने जांच की तो पता चला कि अंकित, मंदीप और निक्कू लापता है। पुलिस ने तीनों की सरगर्मी से तलाश शुरू की। पुलिस ने तीनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया। पूछताछ में इन्होंने बताया कि गांव में बदनामी की वजह से इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। लेकिन पुलिस गिरफ्त में आने के बाद ये खुद को बेकसूर बता रहे है। खुद सुन लिजिए क्या कहना है जल्लाद भाईयों का।
मोहब्बत के ये कातिल अब भी अकड में है। यहां तक की पुलिस को खुद को कातिल साबित करने की चुनौती दे डाली। पुलिस को अभी तक वारदात में इस्तेमाल पिस्टल नहीं मिली है।

कोई टिप्पणी नहीं: