दिल्ली पुलिस ने 26 दिसम्बर को जहांगीर पुरी इलाके से अगवा बच्चे की हत्या के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक 12 साल के करणदीप का अपहरण फिरौती के लिए किया गया था और पकडे जाने के डर से उसकी हत्या की गई थी।
देखने में मासूम लेकिन हरकत बेहद खौफनाक। पुलिस के शिकंजे में आए इन शातिरों पर आरोप है एक बच्चे के कत्ल का। 20 साल के गुड्डु ने अपने एक साथी के साथ मिलकर जल्द पैसा कमाने की चाहत में 26 दिसम्बर की शाम 12 साल के करणदीप का अपहरण किया था। लेकिन पकडे जाने के डर से दोनों ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। सोमवार को करणदीप का शव गाजियाबाद के कविनगर इलाके से बरामद हुआ। पुलिस के मुताबिक दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नही है। दोनों को मौज मस्ती के लिए पैसों की जरूरत थी और इसलिए इन्होंने राजबहादुर के बेटे को अगवा कर लिया।
पुलिस के मुताबिक गुड्डू अपने पिता के साथ राजबहादुर के घर शीशा फिटिंग का काम कर रहा था। जब गुड्डू राजबहादुर से पैसे ले रहा था तभी उसने रची एक खैफनाक साजिश। इस साजिश में गुड्डु ने अपने एक साथी मोहम्मद फहीम को भी शामिल कर लिया। शनिवार को ये लोग करणदीप को बहाने से अपने साथ ले गए। जब बच्चा देर रात तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। परिजनों ने गुड्डु पर शक जाहिर किया। फिर क्या था। पुलिस ने गुड्डू को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो हकीकत सामने आ गई। गुड्डु ने पुलिस को बताया कि उसने करणदीप को फहीम के हवाले कर दिया है।
पैसो की चाहत ने दोनों को इस कदर अंधा बना दिया की गुनाह की राह पर भी इनके कदम नही डगमगाए। इनके गुनाह ने जहां इनकों जेल का रास्ता दिखा दिया वहीं एक मां- बाप से उनका बच्चा हमेशा के लिए छीन लिया।
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