इलाहाबाद। इलाहाबाद जनपद पुलिस को भारी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने कुख्यात छोटा राजन गिरोह के एक सक्रिय गुर्गे को सिविल लाईन थाना इलाके से गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक पिस्टल, एक मैगजीन और चार अदद कारतूस बरामद किये गये हैं। पकड़े गये बदमाश की पहचान नीरज वाल्मिकी के रूप में हुई है। उसका एक साथी किशन फरार होने में सफल हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार सिविल थाना पुलिस की थाना प्रभारी सुनील कुमार दूबे के नेतृत्व वाली एसएसआई नंदलाल सिंह और आरक्षी शशि भूषण तथा कर्णबीर सिंह की टीम ने एक सूचना के आधार पर नीरज को लोको काॅम्प्लेक्स रेलवे स्टेशन के पास से धर दबोचा। गिरफ्तारी के समय वह अपने साथी किशन के साथ था। किशन पुलिस की पकड़ में नहीं आया। पकड़े गये बदमाश के कब्जे से आग्नेयास्त्र मिले।
पुलिस की अनुसार नीरज की कैरियर कोचिंग के नाम से संस्था चलाने वाले एक व्यक्ति की हत्या के प्रयास के मामले में तलाश की जा रही थी। पूछताछ में उसने बताया कि वर्ष 2005 में अवैध हथियार के साथ पकड़े जाने के बाद वह जेल में विष्णुरंजन गुप्ता के संपर्क में आया और अन्य बदमाशों से संबंध बने। बाद में उसका परिचय छोटा राजन से हुआ जिसके कहने पर उसने उसी साल ड्रग तस्कर अहमद हुसैन को मार डाला। एक अन्य व्यक्ति की भी राजन हत्या करवाना चाहता था लेकिन नीरज एक बार फिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
पुलिस के अनुसार नीरज ने अपनी जुर्म की जो हिस्ट्री बताई है उसमें झूंसी के रहने वाले कर्ण प्रताप की हत्या की वारदात भी शामिल है। इसके अलावा उसने 2013 में पिंकी गुप्ता की हत्या करने की बात बताकर ठेकेदारों से रंगदारी वसूली। कर्ण प्रताप इस मामले में गवाह था।
मिली जानकारी के अनुसार सिविल थाना पुलिस की थाना प्रभारी सुनील कुमार दूबे के नेतृत्व वाली एसएसआई नंदलाल सिंह और आरक्षी शशि भूषण तथा कर्णबीर सिंह की टीम ने एक सूचना के आधार पर नीरज को लोको काॅम्प्लेक्स रेलवे स्टेशन के पास से धर दबोचा। गिरफ्तारी के समय वह अपने साथी किशन के साथ था। किशन पुलिस की पकड़ में नहीं आया। पकड़े गये बदमाश के कब्जे से आग्नेयास्त्र मिले।
पुलिस की अनुसार नीरज की कैरियर कोचिंग के नाम से संस्था चलाने वाले एक व्यक्ति की हत्या के प्रयास के मामले में तलाश की जा रही थी। पूछताछ में उसने बताया कि वर्ष 2005 में अवैध हथियार के साथ पकड़े जाने के बाद वह जेल में विष्णुरंजन गुप्ता के संपर्क में आया और अन्य बदमाशों से संबंध बने। बाद में उसका परिचय छोटा राजन से हुआ जिसके कहने पर उसने उसी साल ड्रग तस्कर अहमद हुसैन को मार डाला। एक अन्य व्यक्ति की भी राजन हत्या करवाना चाहता था लेकिन नीरज एक बार फिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
पुलिस के अनुसार नीरज ने अपनी जुर्म की जो हिस्ट्री बताई है उसमें झूंसी के रहने वाले कर्ण प्रताप की हत्या की वारदात भी शामिल है। इसके अलावा उसने 2013 में पिंकी गुप्ता की हत्या करने की बात बताकर ठेकेदारों से रंगदारी वसूली। कर्ण प्रताप इस मामले में गवाह था।
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