05 सितंबर 2010

सिपाही की हत्या

वर्दी लोगों की हिफाजत के लिए है... बदमाशों को उनके असल मुकाम तक पहुंचाने के लिए है... भले ही इसके लिए क्यों न वर्दीवालों को अपनी जान गंवानी पड़े....वर्दी की शान की खातिर मौत को गले लगाने की एक ऐसी ही खबर आई है पंचकुला से...जहां एक जांबाज सिपाही ने दो बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए अपनी जान गंवा दी.... भले ही उस जांबाज सिपाही की इस हमले में मौत हो गई लेकिन वो मरते मरते भी आरोपियों को गिरफ्तार करा गया....
ये लाश है 22 साल के सुरेश की.... सुरेश पंचकुला के कालकाजी थाने में बतौर सिपाही तैनात था.... बीते मंगलवार को सुरेश की हत्या कर दी गई.. और हत्या का आरोप लगा दो वाहन चोरों पर... असल में सुरेश अपने फर्ज के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहने वाला एक सिपाही था.... और फर्ज निभाने के प्रति उसका जुनून ही उसकी मौत की वजह बन गया.. बात बीते मंगलवार की है....पंचकुला के कालकाजी थाना पुलिस को खबर मिली कि वाहन चोरी की कई वारदातों को अंजाम दे चुके दो बदमाश पंचकुला सेक्टर पांच में आ रहे हैं.. खबर मिलते ही थाने तैनात सिपाही सुरेश और राजेश....बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए निकल पड़े.. दोनों ताक लगाकर बदमाशों का इंतजार करने लगे... इसी बीच बाइक पर सवार आरोपी मोनू और तेजा नाम के दो आरोपी सेक्टर 5 के चौक से होकर गुजरे.... जैसे ही राजेश और सुरेश की निगाह उन पर पड़ी दोनों ने उनका पीछा किया....पुलिस को देख मोनू और तेजा भागने लगे.. इतने में सुरेश ने मोनू को दबोच लिया.. लेकिन मोनू ने खुद को बचाने के लिए सुरेश पर चाकुओं से कई वार कर दिए.. सुरेश गंभीर रूप से घायल हो गया..मौका पाकर आरोपी तेजा तो फरार हो गया.. लेकिन सुरेश ने जख्मी होने के बाद भी मोनू को नहीं छोड़ा ..इसी बीच राजेश ने आकर मोनू पर शिकंजा कस दिया..
गंभीर रूप से घायल सुरेश को तुरंत पंचकुला सेक्टर 6 के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.. जहां डॉक्टरों ने सुरेश को मृत घोषित कर दिया.. सुरेश मूलरूप से यमुनानगर के मुस्तफाबाद का रहने वाला था..और महीना भर पहले ही घर से छुट्टी मनाने के बाद ड्यूटी पर लौटा था.. सुरेश की मौत की खबर मिलते ही उसके घर में मातम पसर गया .. महकमें के सिपाही की हत्या के मामले को संजीदगी से लेते हुए पुलिस ने मंगलवार को फरार आरोपी तेजा को भी गिरफ्तार कर लिया.. पुलिस ने दोनों आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया ..जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है.. लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ वो चाकू नहीं लगा है जिससे मोनू ने सुरेश की हत्या की थी.. सुरेश भले ही अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन उसके होसले ने महकमे का सिर उंचा कर दिया है
सुरेश की लाश को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके घरवालों को सोंप दिया गया है जिसके बाद पूरे इलाके में शोक है....
इस वारदात में ना केवल एक परिवार ने अपना नौजवान खोया ..बल्कि हरियाणा पुलिस ने भी एक जांबाज सिपाही को खो दिया..

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