05 सितंबर 2010

मुंबई में सफ़ेद जहर

ऐसा जहर जो धीरे धीरे इंसान को मौत की तरफ ले जाता है.. इस जहर को हिंदुस्तान में तैयार किया जा रहा था.. और तैयार करने वाले थे चंद विदेशी लोग....रुपयों के लालच में अंधे हुए ये लोग सफेद जहर को दवाइयों के डिब्बों की आड़ में न केवल हिन्दुस्तान बल्कि विदेशों में भी सप्लाई करते थे... लेकिन मुम्बई पुलिस ने नौजवान लोगों को मीठी मौत बांटने वाले इन सौदागरों को कर लिया गिरफ्तार औऱ कर ली इनके कब्जे से 26 करोड़ की ड्रग्स बरामद...
ना होगा धमाका..ना होगी कोई गुंज.. फिर भी दहल उठेंगे..हजारों लोगों के घर....हजारों घरों में होगा मातम.. एक बड़ा खुलासा... मुंबई में युवाओं पर हमले की साजिश.. जीं हां.. कुछ ऐसी ही साजिश को बेपर्दा किया है..मुंबई नारकोटिक्टस विभाग ने..विभाग ने 26 करोड़ की ड्रग्स के साथ नौ लोगों को गिरफ्तार किया है.. इनके पास से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद की गई है.. आपको ये जानकर हैरत होगी कि ड्रग्स बनाने का ये गोरखधंधा मुंबई में किसी एक जगह नहीं.. बल्कि कई ठिकानों पर चल रहा था..और इस धंधे के सूत्रधार हैं.. विदेशी युवक.. ड्रग्स बनाने और उसे महाराष्ट्र और विदेशो में सप्लाई करने के मामले में पुलिस ने कुल नौ लोगों को गिरफ्त में लिया जिनमें से आठ विदेशी हैं..इन आठ विदेशियों में छ ईरानी ,एक डच जबकि एक कमबोडिया का रहने वाला है.. एंटी नारकोटिक्स विभाग के मुताबिक ये लोग भारतीय मूल के डच नागरिक किशोर नंदन के बुलावे पर महाराष्ट्र में आए थे..और मुंबई के कई इलाकों में अपना धंधा चला रहे थे..
ड्रग्स सप्लाई करने का इनका तरीका बेहद शातिराना था..ये लोग ड्रग्स तैयार करने के बाद उसे दवाईयों में मिलाते और फिर विदेशों में सप्लाई करते.. नारकोटिक्स विभाग ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से करीब साढ़े आठ किलो मेथामफेटमाइन, 60 किलो इफेड्रीन और बड़ी मात्रा में केमिकल और ड्रग्स बनाने से जुड़ी सामग्री बरामद की है। इसके अलावा आरोपियों से पूछताछ के बाद फिर ओशिवरा में स्वाति अपार्टमेंट में छापा मारा गया और वहां से भी काफी मादक सामग्री जब्त की गई।
भारत में ड्रग्स तैयार करने और उन्हे विदेश में सप्लाई करने की खास वजह थी..दरअसल यूरोप में कुछ महीने बाद क्रिसमस पर और नये साल के मौके पर काफी मात्रा में ड्रग्स की डिमांड होती है .... महाराष्ट्र में पकड़ा गया गैंग जिस तरह की ड्रग्स बनाता था, उसमें यूज होने वाला केमिकल भारत में बहुत सस्ता मिलता है। इस वजह से ये अंतरराष्ट्रीय गैंग ड्रग्स बनाने महाराष्ट्र आया। इन विदेशियों ने अपना धंधा तो जमा लिया लेकिन उसे ज्यादा दिन तक चला ना सके..हालांकि अभी नौ लोग ही पुलिस की गिरफ्त में आए हैं.. पुलिस को उम्मीद है कि गिरफ्त में आये लोगों से पूछताछ के बाद इस गिरोह से जुड़े औऱ लोग भी आ सकते हैं शिकंजे में

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