05 सितंबर 2010

कातिल मां-भाग एक

यूं तो कत्ल की कई वारदात आपने देखी होंगी और सुनी होंगी लेकिन आज जिस वारदात की असलियत हम आपको दिखाने जा रहे हैं यकीन मानिये इसे देखकर.. एक पल के लिए तो आप भी सोच में पड़ जायेंगे ..कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है कि कातिल पुलिस के सामने हो और पुलिस उसे पहचान न सके.... लेकिन हम आपको बता दें कि इस वारदात का कातिल खुद आपकी भी नजरों के सामने है अगर आप भी उस कातिल को पहचान सकते हैं तो पहचानिये....
एक मां का दर्द.... एक मां की बेबसी... बेटी की मौत पर एक मां की लाचारी.... ये मां अपनी बेटी की हत्या का इंसाफ चाहती है.. बेटी के कातिलों को सलाखों के पीछे देखना चाहती है.. इंसाफ की मांग करती इस का दर्द सुनकर लोग सड़कों पर उतर आए... रेलवे ट्रेक जाम कर दिये गये.HOLD......असल में सुषमा नाम की ये महिला बिजनौर के चांदपुर इलाके में अपनी बेटी भावना और बेटे रोहित के साथ जिंदगी गुजार रही थी...जबकि सुषमा का पति विदेश में नौकरी करता है.... बात बीते 21 अगस्त की है.... किसी ने बड़ी ही बेरहमी के साथ भावना का उसी के घर में कत्ल कर दिया... .भावना के शरीर पर चाकुओँ से वार किए गए.... भावना के कत्ल की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी पुलिस ने सुषमा के घर का मौका मुआयना कर कातिल की तलाश शुरु कर दी... दो दिन तक पुलिस ने इस केस की हर कड़ी को बारीकी से खंगाला... लेकिन कातिल को लेकर पुलिस के हाथ कोई सुराग न लगा....बेटी को खोकर एक मां भला क्या कर सकती थी...सुषमा पुलिस के तौर तरीके से बेहद नाराज थी...वो हर हाल में कातिलों की गिरफ्तारी चाहती थी...लिहाजा सुषमा और उसके परिजनों का गुस्सा पुलिस पर टूटा....गुस्साये इलाके के लोगों ने सड़क और रेलवे ट्रक जाम कर दिये.. इनकी मांग थी कि भावना के कातिलों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए..
सुषमा पुलिस को हर संभल मदद दे रही थी....उसका मकसद हर हाल में अपनी बेटी के कातिलों को बेनकाब करना था.... पुलिस की पूछताछ में सुषमा ने कत्ल की इस वारदात में पडोस के ही दो लड़कों पर शक जाहिर किया.. भावना की मां के मुताबिक पडोस का एक लड़का ललित भावना को परेशान करता था.. और उसी ने भावना की घर में घुसकर चाकु से गोदकर हत्या की है.. पुलिस ने सुषमा के बयान के बिनाह पर ललित और उसके एक साथी को हिरासत में ले लिया..
शक की बिनाह पर पुलिस की गिरफ्त में दो आरोपी थे.. वारदात हुए दो दिन बीत चुके थे.... पुलिस न तो कत्ल के मकसद का ही पता लगा पाई थी और न ही कातिल का....वहीं हिरासत में लिए गये दोनों आरोपी भी खुद को बेकुसूर बता रहे थे....ऐसे में सवाल था कि कत्ल ललित और उसके साथी ने नहीं किया तो फिर किसने किया .. आखिर वो कौन था जो बेबाक होकर घर में दाखिल हुआ.. भावना पर ताबड़तोड़ चाकू से वार किये और फरार हो गया.... पुलिस इन सभी सवालों में उलझ कर रह गई.... लेकिन हम यहां आपको बता दें कि कातिल पुलिस की पहुंच से ज्यादा दूर नहीं बल्कि पुलिस के बेहद नजदीक था...पुलिस की आंखों के सामने था....लेकिन पुलिस उसे पहचान नहीं पा रही थी....आप सोच रहे होंगे कि आखिर कौन है भावना का हत्यारा....आप खुद भी सोचिये की पुलिस का हमकदम होकर पुलिस को चकमा देने वाला वो कातिल कौन है...नहीं तो बस कुछ देर हम करेंगे आपके सामने भावना के कातिल का खुलासा...

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