05 सितंबर 2010

खूनी रक्षाबंधन

भाई बहन के पवित्र रिश्ते को दागदार करती अब जो वारदात हम आपको दिखाने जा रहे हैं यकीन मानिये इसे देखकर कोई भी बहन ये कहने को मजबूर हो जाये कि ऐसे भाईयों से तो बिना भाईयों के ही होना अच्छा है... जी हां हवस में अंधे हुए ये उस शख्स की दास्तान है जिसने अपनी बहन की हिफाजत करने के बजाये रक्षा बंधन के मौके पर उसकी अस्मत पर ही डाल दिया डाका...और बना डाला उसे अपनी हैवानियत का शिकार...
रक्षा बंधन के मौके पर
भाई बना कसाई
हिफाजत करने के बदले लूट ली
बहन की अस्मत
15 साल की रश्मि को रिश्तों में मिले धोखे ने इस कदर तोडकर रख दिया है..कि उसका रिश्तों से भरोसा ही उठ गया है..राखी के त्यौहार के दिन नाबालिग रश्मि की अस्मत को लूट लिया गया.. आपको ये जानकर हैरत होगी कि जो भाई रश्मि को रक्षा बंधन के मौके पर उसकी हिफाजत करने का वादा करता आ रहा था उसी भाई ने अपनी बहन यानि की रश्मि की इज्जत पर हाथ डाल दिया ...HOLD... इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस वारदात को अंजाम दिया गया रक्षा बंधन से ठीक एक दिन पहले... यानि की बीती सोमवार रात को... भोपाल के होशांगाबाद से 55 किलोमीटर दूर सोहागपुर में रहने वाली रश्मि का आरोप है कि जब वो घर पर अकेली थी.. उसी समय उसका मौसेरा भाई..विनोद घर आया.. उस वक्त रश्मि सो रही थी.. रश्मि को सोते देख विनोद की नियत बदल गई.. रश्मि का आरोप है कि विनोद ने पहले उससे छेडछाड की.. रश्मि ने जब विनोद का विरोध किया तो विनोद पर रश्मि पर और ताकत के साथ टूट पड़ा....रश्मि ने उसे राखी का वास्ता दिया....उससे रहम की भीख मांगी लेकिन विनोद के सिर पर हवस का ऐसा भूत सवार था कि उसकी नजरों में राखी के कोई मायने नहीं बचे थे.. उसने रश्मि की अस्मत को तार तार कर दिया..
शर्मसार करने देने वाली इस वारदात को अंजाम देने के बाद विनोद फरार हो गया.. मां के घर पहुंचने पर रश्मि ने अपने साथ हुई वारदात की जानकारी उन्हें दी..जिसके बाद रश्मि अपनी मां के साथ होशांगाबाद थाने पहुंची और विनोद के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया.. पुलिस ने विनोद की तलाश शुरू की और उसे उसी के घर से धर दबोचा..
पुलिस ने आरोपी विनोद को गिरफ्तार कर लिया है.. वो सलाखों के पीछे है..जाहिर तौर पर कानून उसे उसके किये की सख्त से सख्त सजा देगा लेकिन रक्षा बंधन के मौके पर विनोद अपनी बहन की हिफाजत के बदले उसकी अस्मत लूटकर जो पाप किया है यकीन मानिये उसके लिए कोई भी सजा नाकाफी है

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