वर्दी और फर्ज की दास्तां सिपाही सुरेश तक ही सीमित नहीं है बल्कि हर वो वर्दीवाला जिसके जहन में देश के प्रति जज्बा है वर्दी को लेकर सम्मान है..वो कभी बदमाशों के मंसूबों के आगे नहीं झुकेगा...चाहे भले ही उसे इसके लिए अपना खून ही क्यों न बहाना पड़े.. हम आपको दिखाते हैं एक और जांबाज वर्दीवाले की दास्तान जिसने जख्मी होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी...और बदमाशों के सामने दीवार बनकर खडा हो गया...नतीजा ये हुआ कि कानून के गुनहगार पहुंच गये हवालात...
दिल्ली एनसीआर में बेखौफ हैं बदमाश .. वो वारदातों को दे रहें है अंजाम.. लेकिन पुलिस ने भी..कस ली है कमर.. बदमाश होगें जेल के अंदर.. डटकर करेंगें बदमाशों का सामना और पहुंचाएंगे उन्हें उनके असल ठिकाने.. बदमाशों को हवालात पहुंचाने के जुनून का ही ये अंजाम ये है कि आज गाजियाबाद के सिंभावली थाने में तैनात एएसआई सेठपाल की बदौलत दो बदमाश पुलिस के शिकंजे में हैं.... भले ही इसके लिए सेठपाल को अपना खून ही क्यों न बहाना पड़ा .... लेकिन उन्होंने अपने फर्ज को अंजाम तक पहुंचाया.. दो बदमाशों को हवालात का रास्ता दिखाया .. असल में सेठपाल की ड्यूटी इलाके में वाहनों की चेकिंग पर लगी थी .. बुधवार सुबह भी वो इलाके के चौक पर तैनात सिपाहियों के साथ हर गाडी की बारीकी से जांच कर रहे थे.. इसी बीच पशुओं से भरा एक ट्रक वहां से गुजरा.... सेठपाल ने ट्रक ड्राइवर को रुकने का इशारा किया.... ट्रक ड्राईवर ने ट्रक तो रोक लिया.. लेकिन जैसे ही ड्राइवर से ट्रक की चेंकिंग की बात कही गई... ट्रक में सवार लोगों ने पुलिस वालों पर फायरिंग शुरू कर दी..
पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करने के बाद बदमाशों ने भागने की कोशिश की.. लेकिन सेठपाल समेत कुछ सिपाहियों ने बदमाशों का पीछा करना शुरु कर दिया .... बदमाशों ने फायरिंग की....एक गोली सीधे सेठपाल के पेट में जा लगी...लेकिन सेठपाल ने हिम्मत नहीं हारी....नतीजा ये हुआ कि पुलिस ने दो बदमाशों को दबोच लिया .. जबकि तीन बदमाश ट्रक समेत फरार हो गये ... सेठपाल को गाजियाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया .. जहां उनका इलाज चल रहा है.. पुलिस के मुताबिक गिरफ्त में आये बदमाश पशुओं की तस्करी करते थे.. पुलिस का दावा है कि मौके से फरार हुए बदमाशों की भी जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जायेगी .
वर्दी लोगों की हिफाजत के लिए है....कानून के गुनहगारों को उनके किये की सजा दिलाने के लिए है... वर्दी हर खासोआम की सुरक्षा का नाम है.... सेठपाल भले ही इस हमले में जख्मी हो गया हो...लेकिन ये उसका जज्बा ही था कि वो घायल होने के बावजूद भी आरोपियों का पीछा करता रहा जिसकी वजह से आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं....वाकई सेठपाल के जुनून ने साबित कर दिया है कि अगर हर वर्दी वाला बदमाशों के खिलाफ ऐसा ही जोश और जज्बा दिखाये तो किसी भी बदमाश का सलाखों से बाहर रह पाना नामुमकिन है....
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