10 फ़रवरी 2011

मां की आंखों से गिरते आंसू

मां की आंखों से गिरते आंसू.. पिता की सिसकती आवाज...और रूंधे गले से निकले चंद अल्फाज.. इस परिवार की पीड़ा साफ बयां कर रहे हैं.. सुपौल के करजाईन इलाके के गोसपुर गांव के रहने वाले इस परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है..गोसपुर में रहने वाले पंड़ित मंडल की बेटी को अगवा कर लिया गया है.. मामला बीती 31 जनवरी का है.. पंड़ित मंडल की बेटी चन्दना कुमारी शाम के वक्त घर से निकली थी..लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटी.. घर वालों ने उसकी हर जगह तलाश की लेकिन अगले दिन तक भी उसका कहीं कोई सुराग ना मिला.. थक हार कर परिजनों ने इस संबंध में करजाईन थाने में अपहरण का मुकद्दमा दर्ज कराया.. आरोप है कि संजय यादव नाम के पड़ोसी ने इस वारदात को अंजाम दिया है.. जो चन्दना को किसी अनजान जगह पर बंधक बनाकर रखे हुए है..लेकिन अभी तक पुलिस आरोपी को नहीं तलाश पाई है..परिजनों का आरोप है कि पुलिस शिकायत मिलने के बाद ठीक से कार्रवाई नहीं कर रही है..वहीं गांव वाले भी पुलिसिया तफ्तीश पर सवाल उठा रहे हैं..
चन्दना के अपहरण को दस दिन बीत चुके हैं.. दिन ब दिन परिवार की चिंता बढती जा रही है.. लेकिन अभी तक पुलिस उसका कोई सुराग नहीं लगा पाई है..पुलिस ने अपहरण का नामजद मुकद्दमा तो दर्ज कर लिया है लेकिन वो इस पूरे मामले को प्रेम-प्रसंग से जोड़कर तफ्तीश कर रही है..

पुलिस इसे प्रेम-प्रसंग का मामला बताकर अपना पल्ला झाड़ने में लगी है..लेकिन सवाल है की चन्दना आखिर कहां है.. और पुलिस बिना चन्दना को बरामद किए.. आखिर कैसे दावे के साथ इसे प्रेम-प्रसंग का मामला बता रही है.. खैर पुलिस जल्द मामले को सुलझाने का दावा तो कर रही है लेकिन पुलिस की कथनी और करनी में कितना फर्क है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा..

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