13 जनवरी 2010

खूनी प्रेम कहानी

उस मासूम को नही मालूम था कि प्यार का मतलब क्या होता है, उसे तो ये भी नही मालूम था कि मोहब्बत किसे कहते है। फिर भी वो दो दिवानों की हर कदम पर मदद करता रहा। जब भी दोनों मिलते तो सबसे ज्यादा खुशी आठ साल के मासूम को होती। जब भी वो उन दिवानों के चेहरे पर हंसी देखता खुद भी मुस्कुरा देता... इस बात से बेखबर की एक दिन यही मुस्कुराहट उसकी मौत की वजह बन जाएगी। उसे दो दिवानों की मोहब्बत की बलि चढा दिया गया। आखिर किसने और क्यों किया एक मासूम का कत्ल ये एक ऐसी पहेली थी जिसने मुंम्बई पुलिस के भी पसीने छुडा दिये.. और जब हकीकत सामने आई तो हर कोई सन्न रह गया।
मुंम्बई पुलिस के खिलाफ ये गुस्सा एक मासूम के कत्ल के बाद बरस रहा है। आरोप लगा पुलिस की लापरवाही का है दरअसल आठ साल के शोएब खलीफा की हत्या कर दी गई है उसकी लाश गोराई की खाडी से बरामद हुई। शोएब की मौत की खबर के बाद परिजनों का गुस्सा पुलिस के खिलाफ फूट पडा। गुस्साए परिजनों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों के मुताबिक पुलिस ने शुरूआती दौर में कोई कार्रवाई नही की जिसकी वजह से ही शोएब की हत्या कर दी गई और पुलिस कुछ ना कर सकी।
मुंबई के भयांदर इलाके का रहने वाला आठ साल का शोएब नो जनवरी को लापता हो गया तो घरवालों ने उसकी तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नही लगा। परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी परिजनों ने आरोप लगया कि शोएब को अगवा किया गया है। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया लेकिन मामले में कोई खास दिलचस्पी नही दिखाई। और फिर वही हुआ जिसका हर किसी को डर था शोएब का कत्ल कर दिया गया। शोएब की लाश मिलने के बाद पुलिस हरकत मे आई। लेकिन ऐसे में पुलिस के लिए कातिल तक पहुंचना बेहद मुश्किल था आखिर आठ साल के मासूम से किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है। आखिर कोई क्यों शोएब की हत्या करेगा। पुलिस मामले की हर पहलु से जांच कर रही थी।
शोएब के कत्ल की तफ्तीश में लगी पुलिस के सामने सवाल कई थे लेकिन फिलहाल जवाब किसी का नही था। लेकिन तफ्तीश में जुटी पुलिस के सामने आई एक ऐसी प्रेम कहानी जिसने कर दिया शोएब के कातिल को बेनकाब। अबतक जो दास्तां आपने सुनी और देखी वो तो इस कहानी का एक पहलु है। इस कहानी का दुसरा पहलू भी है वो है एक प्रेम कहानी। दरअसल मुंबई के भयांदर इलाके में रहने वाले टाइफान कोली को पडोस की रहने वाली एक लडकी से प्यार हो गया। प्यार परवान चढा तो दो जंवा दिल एक हो गए। दोनों की मुलाकात कम ही होती। लेकिन भला दो प्रेमी दिल की बातों को कब तक दबा कर रखते। टाइफान कोली ने अपने दिल की बात प्रेमिका तक पहुंचाने के लिए आठ साल के शोएब का सहारा लिया। वो हर रोज अपनी प्रेमिका को प्यार भरा प्रेम पत्र लिखता। और शोएब उसे पहुंचाने का काम करता। इस बात से बेखबर की उस पत्र में आखिर लिखा क्या है। उसे एक चॉकलेट मिलती और वो खुश हो जाता। लेकिन दोनों का प्रेम पत्र का ये खेल ज्यादा दिन तक नही चल सका।
नो जनवरी को शोएब एक बार फिर कोली की प्रेमिका के घर पहुंचा और उसे प्यार भरा पत्र थमा दिया। इस बार ये पत्र कोली की प्रेमिका के परिजनों के हाथ लग गया। फिर क्या था मामले को लेकर घर में बखेडा खडा हो गया। घरवालों के डर से लडकी ने अब तक दिल मे छुपाए सारे राज उगल दिये। उसने घरवालो को बता दिया कि सारे लव लैटर शोएब ही उस तक पहुंचाता है।
. टाइफान का लव लैटर उसकी प्रेमिका के परिजनों के हाथ लगने से ना केवल दोनो की प्रेम कहानी में नया मोड आया बल्कि उस मासूम पर भी मुसीबतों का पहाड टूट पडा। और यहीं से लिखी गई एक मासूम के कत्ल की इबारत।
पुलिस के सामने जब ये प्रेम कहानी आई तो शोएब के कत्ल की धुंधली तस्वीर भी साफ होने लगी। जांच में लगी पुलिस को पता चला कि शोएब का नाम उसकी प्रेमिका के घरवालों को पता चलने के बाद टाइफान बोखला गया। उसे लगा कि शोएब पुछताछ में सबकुछ बता देगा। ऐसे में उसकी मुसीबतें बढ सकती है। और फिर उसके शैतानी दिमाग में आया एक खौफनाक ख्याल। राज खुल जाने के डर से कोली ने शोएब का अपहरण कर लिया और फिर बेरहमी से उसका कत्ल कर दिया। पुलिस से बचने के लिए उसने शोएब की हत्या कर शव को गोराई की खाडी में ठिकाने लगा दिया।
पुलिस को तफ्तीश में कोली पर शक हुआ तो उसे हिरासत में लेकर पुछताछ की गई। शुरूआत में खुद को बेकसुर बताने वाला कोली आखिरकार टूट गया। और अपना गुनाह कूबुल कर लिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया। पुलिस ने टाइफान कोली को अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 15 जनवरी तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया।

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