21 जून 2009
ख़ुद के जाल में शिकारी
वो अपनी बीवी से नफरत करता-- वो नही चाहता कि उसकी बीवी उसके सामने आए--- उसपर नफरत का रंग कुछ इस कदर चढा कि उसनें अपनी पत्नी को हमेशा के लिए दूर करने की ठान ली। 50 हजार में बीवी के कत्ल का सौदा भी कर लिया।मगर नफरत की इस जंग में शिकारी खुद शिकार हो गया। हरिद्वार का बाबूलाल अपने ही बिछाए जाल में फंसकर अपनी जान गंवा बैठा। बाबूलाल का शव 15 जून को हरिद्वार के एक होटल से बरामद हुआ। पुलिस ने प्रवीण और बिट्टू नाम के इन दो लोगों को बाबूलाल की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। जिस होटल से बाबूलाल का शव मिला वहां उस रात ये तीनों गए थे। होटल के कमरे में तीनों ने खूब शऱाब पी। इसी दौरान उनके बीच कुछ कहासुनी हो गई जिसके बाद प्रवीण और बिट्टू ने बाबूलाल को मारना शुरु कर दिया। शराब के नशे में इन दोनों ने उसे इतना मारा कि उसकी मौत हो गई। इसके बाद ये दोनों भाग गए। अगल दिन जब होटल का वेटर कमरे में आया तो उसने बाबूलाल की ळाश देखी जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया। यहां तक ये कहानी शराब के नशे में हुई मारपीट की लगती है लेकिन असल में मामला कुछ और है। पुलिस के मुताबिक बाबूलाल का अपनी बीवी से झगड़ा चल रहा था। इस झगड़े के कारण वो अपनी बीवी को देखना भी पसंद नहीं करता था। एक दिन बाबूलाल ने अपनी पत्नी विनिता को अपने रास्ते से हमेशा के लिए हटाने का फैसला किया। बाबूलाल ने प्रवीण और बिट्टू को 50 हज़ार रुपये में अपनी बीवी के क़त्ल की सुपारी दे दी। बाबूलाल ने एडवांस के रुप में इन दोनों को 20 हज़ार रुपये दिए और काम जल्दी करने को कहा। कर्जदारों के रोज रोज के ताने से परेशान प्रवीण और बिट्टू ने बाबूलाल से पैसे तो ले लिए लेकिन हत्या करने से टालमटोल कर ने लगे। बाबूलाल ने दबाव बढ़ाया तो दोने एक दिन उसके घर विनीता का क़त्ल करने पहुंच तो गए लेकिन उसे देखकर इनका इरादा बदल गया। न जाने क्यों ये दोनों उसकी हत्या नहीं कर पाए और वापस लौट गए। इधऱ बाबूलाल का गुस्सा बढ़ता जा रहा था। इन पर दबाव बनाने के लिए ही प्रवीण और बिट्टू को बाबूलाल ने होटल में बुलवाया। शराब के नशे में जब दोनों बाबूलाल इनपर गुस्सा दिखाने लगा तो दोनों ने उसी की पिटाई शुरु कर दी जिसमें उसकी जान चली गई। बाबूलाल ने अपनी बीवी के लिए जो गड्ढा खोदा था उसमें वो खुद ही गिर गया। पुलिस ने जब जब सख्ती से पूछताछ की तो प्रवीण और बिट्टू ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।बाबूलाल की बीवी के लिए उसकी नफरत ही उसकी मौत की वजह बन गई।
-
लो तेंदुआ आ गया---- बाहरी दिल्ली के जिंदपुर गांव में कुछ दिन पहले अचानक एक तेंदुआ दिखने से इलाके में हडकंप मच गया। जैसे ही लोगो को तेंदुए के...
-
दोस्तों हैडिंग पढकर आप यही सोच रहे होंगे कि क्या बेहूदा सवाल है, क्या कभी भय बिक सकता है और कैसो। लेकिन यह पूर्ण रूप से सच है। आज भार त के ...