21 जुलाई 2012

श्मशान में मुर्दों से पनाह




मनोज कुमार|| नई दिल्ली
फोटो-वीके शर्मा
 वैसे तो पुलिस के लिए हर वारदात एक चुनौती होती है, और वक्त रहते वारदात को सुलझाना पुलिस की एक अहम कोशिश। वारदात जो देखने में तो काफी साधारण लगती हैं, लेकिन केस की गहराई में उतरने पर कई चौंकाने वाले सच सामने आते हैं। ऐसा ही एक सनसनीखेज और बेहद दिलचस्प केस बीते दिनों वेस्ट दिल्ली पुलिस की तफ्तीश में सामने आया, जब पुलिस ने एक शातिर बदमाश को धर दबोचा। बदमाश ने खुलासा किया कि वो खुद को पुलिस से बचाने के लिए मुर्दों का सहारा लिया करता था। ये शातिर वारदात के बाद श्मशान में रात गुजारता था। आखिर कौन था ये शातिर और कैसे श्मशान में रातें गुजारता था ? इस पूरी पड़ताल के लिए इस खास रिपोर्ट को पढिए। 
पश्चिमी दिल्ली में चोरी, लूटपाट की वारदात
दिल्ली के पश्चिमी जिले में जुलाई 2012 का महीना शुरू होते ही, अचानक वाहन चोरी, और चैन स्नेचिंग की वारदातों में इजाफा हुआ, एक के बाद एक अंजाम दी जा रही वारदातों को लेकर खुद पुलिस अधिकारी भी हैरान थे। वारदातों को सुलझाना पुलिस के लिए एक चुनौती बन चुका था। लिहाजा पुलिस ने एक विशेष जांच टीम का गठन किया और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए कोशिशें तेज कर दी। इस दौरान पुलिस ने उन सभी पूर्व अपराधियों की एक फहरिस्त तैयार की जो पहले किसी ना किसी वारदात में शामिल रहे थे और इन दिनों इलाके में मौजूद हैं। सभी से बारी बारी से पूछताछ और खुफिया जानकारी हासिल करने के बाद भी पुलिस को कामयाबी नहीं मिली। लेकिन इन तमाम वारदातों को जल्द सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था।
आरोपी की गिरफ्तारी
वी. रंगनाथन, एडिशनल सीपी, पश्चिमी दिल्ली
दिनांक 11 जुलाई 2012, को पश्चिमी जिले की तिलक नगर थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि वाहन चोरी, चेन स्नैचिंग की वारदात में शामिल रहा एक शख्स तिलक नगर थाना इलाके में मौजूद है। इस जानकारी के मिलते ही तिलक नगर थाना पुलिस सक्रिय हो गई। तिलक नगर थाने में तैनात हेड-कांस्टेबल दीप चंद, कांस्टेबल रेशम सिंह, धर्मवीर को थाना प्रभारी सुरेंद्र संधु के निर्देशानुसार सुभाष नगर पुलिस पिकेट पर चैकिंग के लिए तैनात किया गया, उस वक्त तकरीबन शाम से साढे चार बजे थे। इसी दौरान मुखबिर ने मोटरसाइकिल से आ रहे एक शख्स की तरफ इशारा किया, जब युवक को चैकिंग के लिए रोका गया, जब हेड कांस्टेबल दीप चंद ने युवक से बाइक से संबंधित कागजात की मांग की तो युवक सकपका गया। पुलिसकर्मी समझ गए कि वाकई मामला संदिग्ध है। पुलिस के सवालों में फंसता दिख, युवक ने मौके से फरार होने की नाकाम कोशिश की, युवक को बाइक से  भागता देख कांस्टेबल रेशम सिंह ने युवक का पीछा किया और कुछ ही दूरी पर उसे पकड़ लिया। जिसके बाद पुलिस टीम आरोपी को तिलक नगर थाना ले आई, और पूछताछ का सिलसिला शुरू किया।
दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आरोपी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी
पुलिस की तहकीकात
आरोपी के बरामद की गई चोरी की बाइक
पुलिसिया पूछताछ में युवक की पहचान हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी सिंह पुत्र सुखदेव सिंह पता मकान संख्या 18, गोपाल नगर, अशोक नगर दिल्ली के रूप में हुई। साथ ही इस बात का खुलासा भी हुआ कि जिस बाइक से हरप्रीत सिंह तिलक नगर इलाके में घूम रहा था उसे कुछ दिन पहले ही ख्याला थाना इलाके से चुराया गया था। इसके अलावा पुलिस की सख्ती के आगे हरप्रीत सिंह ने ये भी खुलासा किया कि बीते दिनों वेस्ट दिल्ली के कई इलाकों में हुई वाहन चोरी के केस में वो शामिल रहा है, पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर तीन मोटरसाइकिल (DL-9S-AK-1667 ), (DL-4S-ND -0823), DL-4S-NA-2264 ) को बरामद कर लिया, पुलिस को आरोपी के पास से एक देसी कट्टा भी बरामद हुआ, जिसका इस्तेमाल हैप्पी सिंह वारदात के वक्त करता था। हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने वाहन चोरी की छह वारदातों को सुलझाने का दावा किया।
श्मशान में लेता था पनाह 
पुलिस के लिए चुनौती बन चुका हरप्रीत सिंह बेहद शातिर अपराधी था, पुलिस के मुताबिक आरोपी वाहन चोरी या फिर चेन स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देकर श्मशान घाट में पनाह लेता था। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी श्मशान घाट में जाकर सोया करता था, इसके पीछे वजह थी कि पुलिस उस तक ना पहुंच सके। पुलिस ने ये भी खुलासा किया कि आरोपी अघोरी बाबाओं का भक्त था और उसे लगता था कि श्मशान में वो सबसे ज्यादा महफूज है, जहां उस तक पुलिस नहीं पहुंच सकती। लेकिन पुलिस की आंख में धूल झोंककर इलाके में वारदात अंजाम देने वाले इस शातिर अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
 आरोपी के खिलाफ दर्ज केस
1.            FIR No. 31/12, U/S- 379 IPC,       थाना ख्याला, दिल्ली.
2.            FIR No. 7/12, U/S- 379/411 IPC,  थाना हरीनगर, दिल्ली
3.            FIR No. 237/11, U/S- 379 IPC,     थाना विकास पुरी, दिल्ली
4.            FIR No. 231/11, U/S- 379 IPC,     थाना राजौरी गार्डन, दिल्ली
5.            FIR No.452/10, U/S- 379 IPC,      थाना हरीनगर, दिल्ली.
6.            FIR No. 338/10, U/S- 379 IPC,     थाना हरीनगर, दिल्ली


गिरफ्तारी से सुलझाए गए केस

1.         FIR No.143/12 U/S 379 IPC   थाना ख्याला, दिल्ली.
2.         FIR No.248/12 U/S 379 IPC थाना तिलक नगर, दिल्ली
3.         FIR No.261/12 U/S 379 IPC थाना तिलक नगर, दिल्ली
4.         FIR No.269/12 U/S 25-54-59 Arms Act थाना तिलक नगर, दिल्ली
5.         FIR No.250/12 U/S 392/34 IPC थाना राजौरी गार्डन, दिल्ली

कोई टिप्पणी नहीं: