10 मई 2011

बाबा की काली करतूत..

माथे पर तिलक..गले में एक दो नहीं चार चार मालाएं..और लंबी दाढ़ी.. शुरूआती दौर में ऐसी तस्वीर को देखकर कोई भी कहेगा कि ये साधू है...जी हां वो शख्स जिसका दुनियादारी से रिश्ता कम बल्कि अध्यात्म से ज्यादा होता है...लेकिन ये बात कतई जरूरी नहीं की जो बाहरी तौर पर बाबा दिखाई दे..उसका मन भी भगवान में ही रमा हो..रेवानंद उर्फ रेवतसिंह नाम के एक बाबा को जोधपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है..बाबा का जुर्म है एक नाबालिग लड़की को अपने जाल में फांसकर उससे शादी करने का.. रेवानंद इन दिनों जोधपुर के चौपासनी इलाके के हाउसिंग बोर्ड के सेक्टर 23 में रह रहा था..शक होने पर जब पुलिस ने पुछताछ की तो बाबा के जुर्म का खुलासा हुआ.. पुलिस को पता चला कि रेवानंद पर गुजरात के भाभर थाने में नाबालिग के अपहरण का मुकदमा दर्ज है..
पुलिस ने हिरासत में लेकर जब रेवतसिंह से पुछताछ की तो खुलासा हुआ कि रेवतसिंह मूलरूप से गुजरात का रहने वाला है..और गुजरात के बनासकांठा के भाभर थाना इलाके में एक गौशाला चलाता है.. जहां पर ये दुनियादारी छोड़ सन्यासी हो गया.. गौशाला में ही एक गरीब परिवार काम करता था..इसी दौरान परिवार की नाबालिग बेटी से रेवानंद इश्क कर बैठा..और हैरत की बात देखिए की सन्यासी बने रेवानंद ने गृहस्थी बसाने का मन बना लिया..और नाबालिग लड़की को भगाकर जोधपुर ले आया..यहां अपनी दाढी मुछ कटाकर रहने लगा..
रेवानंद ने नाबालिग लड़की से ब्याह रचाकर ना केवल साधू संतों की मान मर्यादा को मिट्टी में मिला दिया..बल्कि खुद भी गुनहगार बन बैठा.. रेवानंद की विलासिता की जिंदगी भोगने की ख्वाहिश ने उसे कानून की दहलीज पर ला दिया..जहां अब उसे अपने गुनाहों की सजा भुगतनी पड़ेगी..

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