नरभक्षियों को लेकर आज तक ना जाने कितनी ही कहानियां आपने सुनी और किताबों में पढ़ी होंगी.. लेकिन असल जिंदगी में क्या वाकई आपका सामना..नरभझी इंसानों से हुआ है...शायद नहीं..लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इंसानी जिस्म को खाकर अपना पेट भरते थे.. इंसानी भेष में छिपे ये उन शैतानों की दास्तान है जिन्हें सब्जी रोटी से नफरत और इंसानी जिस्म को खाकर मजा आता था... खूंखार जानवरों की हैवानियत के तमाम किस्से आपने सुने पढे औऱ देखे होंगे.. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि इंसान जानवरों से भी ज्यादा खुंखार बन गया...क्या आपने कभी ऐसे इंसानों के बारे में सुना है जो जानवरों की तरह इंसानों को मार कर खा जाते हैं..यकीनन हमारे ये सवाल आपको अटपटे लगें...लेकिन ये सच है...इंसान से जानवर बने लोगों की असलियत बेहद डरावनी है...जो हरी सब्जियां नहीं...जानवरों का गोश्त नहीं बल्कि इंसानी जिस्म को खाते हैं.....जी हां ऐसे लोग जिन्हें फल सब्जी, पकवान या फिर रोटी खाने में कोई मजा नहीं आता.. बल्कि वो इंसान का मांस खाकर सुकून पाते हैं...ऐसे लोग जो सप्ताह भर भूखे रहे लेकिन उन्होंने जब भी खाया तो इंसान का जिस्म ही खाया.. ये उन नरभझी लोगों की असलियत है जिन्हें मासूम बच्चों औऱ नौजवान युवक युवतियों का मांस ज्यादा पसंद है.. आप सोच रहे होंगे कि आखिर इंसान से शैतान बने ये लोग कौन हैं...और कैसे इन्होंने इंसानों को शिकार बनाया...शैतान बने ये उन इंसानों की दास्तान है जो सरहद पार पाकिस्तान के रहने वाले हैं...और इन लोगों को इंसानी जिस्म खाने का शौक अभी से नहीं बल्कि पिछले दस साल से है...दस साल पहले इन्हें इंसानी जिस्म खाने का ऐसा चस्का लगा कि इसके बाद तो ये इंसान का मांस खाने के आदी हो गये.. ये नरभक्षी लोग पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के भक्कर इलाके के रहने वाले हैं..आरोप है कि आरिफ और फरमान..नरभझी हैं... ये लोग फल या फिर सब्जी नहीं बल्कि इंसानों का मांस खाते थे.. पुलिस ने बीती 4 अप्रैल को इनके घर पर छापा मारकर इन्हें गिरफ्तार किया है..पुलिस ने घऱ से एक शव भी बरामद किया..जोकि एक 19 साल की लड़की का था..इसके अलावा पुलिस ने घर से कुछ बर्तन और इंसानी जिस्म को काटने के इस्तेमाल में लाये जाने वाले हथियार भी बरामद किये हैं .. हैरत की बात देखिये कि इन लोगों ने अपनी एक बहन को भी मारकर खाया था.. और पहली दफा इन्होनें अपनी बहन को ही शिकार बनाया था.. इस वारदात को इन लोगों ने पहली बार दस साल पहले अंजाम दिया था..जिसके बाद इन्हें इंसानी मांस खाने का ऐसा चस्का लगा कि फिर इन्होंने सब्जियां और फल छोड़कर इंसानी जिस्म को ही खाना शुरु कर दिया.. .. पाकिस्तान पुलिस की मानें तो आरिफ और फरमान के साथ इस जघन्य अपराध में एक महिला और दो अन्य करीबी रिश्तेदार भी शामिल हैं.. इन लोगों पर आरोप है कि ये ना केवल इंसान बल्कि ये लोग कुत्ते और बिल्लियों को भी अपना शिकार बनाते थे..पुलिस की मानें तो आरिफ और फरमान ने करीब छह मासूम बच्चों को अपना शिकार बनाया..जिनमें दो तो इन्हीं के बच्चे थे.. इंसान मांस से अपनी भूख मिटाने के लिए इनके निशाने पर होती थी कब्र में दफन लाशें..जिन्हें दोनों भाई रात के वक्त चुराया करते थे..पुलिस ने तफ्तीश के दौरान खुलासा किया है कि दोनों भाई किसी तरह की मानसिक बीमारी से पीड़ित नहीं है..बल्कि ये लोग तो इस खौफनाक वारदात को पूरे होशो हवास में अंजाम दे रहे थे.. आरिफ और फरमान ने जिस तरह से इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया उसे देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं..लेकिन जुर्म छिपता नहीं और एक ना एक रोज गुनहगार का चेहरा बेपर्दा हो ही जाता है..इन दोनों के साथ भी ठीक ऐसा ही हुआ.. दस साल तक एक घर के ही कुछ लोग इंसानी जिस्म खाकर अपना पेट भरते रहे.. और हैरत की बात देखिए..कि किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई..लेकिन कहते हैं न कि गुनहगार कितना ही शातिर क्यों न हो.. वो वारदात के पीछे अपने निशां छोड़ ही जाता है...इनके साथ भी कुछ यही हुआ...पुलिस ने इन लोगों को इन्हीं के फुटप्रिंटस के जरिये गिरफ्तार किया.... इंसानी जिस्म को खाने में बेहद आरिफ और फरमान को सुकून मिलता था... पिछले दस साल से ये लोग इंसानी जिस्म को खाकर अपने पेट की भूख मिटा रहे थे...जितनी खौफनाक इनकी करतूत रही...उससे कहीं ज्यादा सनसनीखेज रही इनकी गिरफ्तारी जिसके लिए पाकिस्तान के पंजाब में पुलिस को दस साल तक इंतजार करना पडा...पिछले दस साल से इंसानों का मांस खाने वाले इन दरिंदो को पुलिस ने बीती 4 अप्रैल को गिरफ्तार किया.. असल में दरिया खां की रहने वाली 19 साल की शायरा परवीन की कैंसर की वजह से मौत हो गई थी..परवीन की मौत के बाद उसकी लाश को रीति रिवाज के मुताबिक कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया..कुछ दिन बाद जब परवीन के परिवार के लोग कब्रिस्तान में गए तो परवीन की कब्र खुली पड़ी थी..और उसकी लाश कब्र से गायब..ये देखकर परिवार के पैरों तले से जमीन खिसक गई..जिसके बाद परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी.. कब्र से लाश का गायब होना वाकई हैरान करने वाला था..पुलिस ने मामले की गहनता से तफ्तीश शुरू की तो जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि देर रात दो लोग साईकिल पर एक बोरी रखकर ले जा रहे थे..ये बात पुलिस को रेलवे लाइन पर तैनात चौकीदार ने बताई..इतना कुछ साफ होने के बाद पुलिस जान चुकी थी कि लाश को चुराने वाला कोई आस-पास का ही रहने वाला है..तफ्तीश के दौरान पुलिस को मौका ए वारदात से पैरों के कुछ निशान मिले..जिनकी बिनाह पर ने तफ्तीश की और पुलिस आरिफ और फरमान के घर तक जा पहुंची.. आरिफ के घर के हालात देखकर पुलिस भी दंग रह गई..क्योंकि घर में 19 साल की शायरा परवीन की लाश पड़ी थी..उसका एक पैर कटा हुआ था जिसे दोनों भाई एक बर्तन में पका रहे थे..जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया..दोनों भाईयों ने पुलिस के सामने कुबूल किया कि उन्हीं ने शायरा परवीन की लाश को चुराया था..और बीते कई सालों से वो इस तरह वारदात को अंजाम देते आ रहे हैं.. जैसे ही इस सनसनीखेज वारदात का लोगों को पता चला उनका गुस्सा फूट पड़ा..गुस्साए लोगों ने आरोपियों को जिंदा जलाकर मारने की सजा की मांग की..वहीं बीते सालों में जिन परिवारों के जानकारों की लाशें गायब हुई थी उन्होनें कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है.. आरिफ और फऱमान की करतूत को देखकर कोई भी समझ सकता है कि दोनों भाई किस कदर हैवान बन चुके थे..जिन्हें ना मासूम बच्चों की लाश खाते डर लगता था..और ना ही बड़ो की..तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि करीब दस साल पहले..आरिफ और फरमान के पिता ने उनकी मां की बेरहमी से तेजधार हथियार से काटकर हत्या कर दी थी..जिसके दोनों भाईयों ने अपने पिता को मारने की कोशिश की और उसी के बाद से दरिंदगी का ये सिलसिला शुरू हुआ..
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